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स्पर्श --- साखी (संत कबीरदासजी ) साखी का अर्थ। वाणी की मधुरता ,सच्चे प्रेम और निंदक के महत्त्व जैसे जीवन मूल्यों का परिचय। कबीरदास की भाषा - शैली का ज्ञान। निर्गुण भक्ति भावना का परिचय। मूल्य -परक प्रश्न - १. साखी में निहित दोहों से हम अपने जीवन को कैसे प्रेरित कर सकते हैं ? २. निंदक से जीवन में विनयशीलता बढ़ती है सिद्ध कीजिए।